क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अपना पसंदीदा खिलौना गिराते हैं, तो वह हमेशा नीचे ही क्यों गिरता है और कभी छत पर क्यों नहीं तैरता?

यह सब सर आइजैक न्यूटन नाम के एक बहुत ही होशियार व्यक्ति की वजह से है! वह एक अंग्रेजी भौतिक विज्ञानी और गणितज्ञ थे जो बहुत पहले रहते थे, जिनका जन्म 4 जनवरी, 1643 (या पुराने कैलेंडर के अनुसार क्रिसमस डे, 1642) को हुआ था! वह एक महान प्रतिभा थे जिन्होंने ब्रह्मांड को देखने के हमारे तरीके को बदल दिया। न्यूटन ने दुनिया के बारे में सिर्फ सोचा ही नहीं; उन्होंने यह समझाने के लिए गणित का उपयोग किया कि यह सब कैसे काम करता है, और गति और गुरुत्वाकर्षण के नियम बनाए जो आज भी बहुत महत्वपूर्ण हैं!

Mira

Mira says:

"वाह, फिन! न्यूटन इतने जिज्ञासु थे कि जब वह छोटे थे, तब भी उन्होंने पवनचक्कियों (windmills) के काम करने के तरीके को समझने के लिए छोटे मॉडल बनाए थे। उन्होंने चीजों को ऐसे ही स्वीकार नहीं किया; वह गणित से उन्हें *साबित* करना चाहते थे! यही उन्हें एक सच्चा वैज्ञानिक नायक बनाता है!"

गुरुत्वाकर्षण क्या है और सेब का महत्व क्यों था?

आपने शायद आइजैक न्यूटन और एक सेब की प्रसिद्ध कहानी सुनी होगी। कहानी कहती है कि एक दिन, उनके पास एक पेड़ से एक सेब गिरा, और धम्म! उन्हें एक बड़ा विचार आया।

उन्होंने सोचा: सेब सीधा नीचे क्यों गिरा? यह बग़ल में क्यों नहीं उड़ गया या अंतरिक्ष में क्यों नहीं चला गया? इस साधारण से सवाल ने उन्हें सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज करने के लिए प्रेरित किया!

न्यूटन ने समझाया कि गुरुत्वाकर्षण किन्हीं भी दो वस्तुओं के बीच एक खिंचाव बल है जिनका द्रव्यमान (mass) होता है (जिसका मतलब है कि हर चीज़ में द्रव्यमान होता है!)। किसी वस्तु का द्रव्यमान जितना बड़ा होगा, उसका खिंचाव उतना ही मजबूत होगा। पृथ्वी बहुत विशाल है, इसलिए वह आपको और सेब को अपने केंद्र की ओर खींचती है।

Mind-Blowing Fact!

जब न्यूटन का जन्म हुआ, तो वह इतने छोटे थे कि उनकी माँ कहती थीं कि वह एक लीटर वाले मग (quart-sized mug) में समा सकते थे! वह बहुत कमज़ोर बच्चे थे, और लोगों को यकीन नहीं था कि वह ज़िंदा भी रहेंगे।

चीज़ों को हिलाने के न्यूटन के नियम: गति के तीन नियम

गुरुत्वाकर्षण बताता है कि चीज़ें क्यों गिरती हैं, लेकिन न्यूटन को उन नियमों की भी ज़रूरत थी कि जब किसी चीज़ को धक्का दिया जाता है या खींचा जाता है तो वह कैसे चलती है। उनका जवाब उनके गति के तीन नियम थे, जो भौतिकी (Physics) की नींव हैं!

उन्होंने इन अद्भुत विचारों को अपनी सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक, फिलॉसॉफ़ी नेचुरेलिस प्रिंसिपिया मैथेमेटिका (Philosophiæ Naturalis Principia Mathematica), या संक्षेप में प्रिंसिपिया में 1687 में प्रकाशित किया!

3 गति के नियम
सभी शास्त्रीय भौतिकी का आधार!
1687 प्रिंसिपिया का वर्ष
जब उनके बड़े विचारों को प्रकाशित किया गया
1705 नाइटहुड का वर्ष
रानी ऐनी द्वारा सम्मानित

न्यूटन ने प्रकाश और रंग को देखने के हमारे तरीके को कैसे बदला?

यह सिर्फ गिरने वाली चीज़ों के बारे में नहीं था! न्यूटन प्रकाशिकी (Optics) - प्रकाश के विज्ञान - के भी विशेषज्ञ थे। उनके पास एक सरल लेकिन शानदार प्रयोग था जिसने सब कुछ बदल दिया।

उन्होंने सूर्य की एक किरण को एक कांच के प्रिज्म से गुज़ारा। क्या हुआ? साफ सफेद रोशनी इंद्रधनुष के सभी रंगों में विभाजित हो गई!

प्रिज्म प्रयोग का विवरण

1. सफेद रोशनी डालें: न्यूटन ने सूर्य की किरणों को एक अंधेरे कमरे की दीवार पर केंद्रित किया।

2. प्रिज्म लगाएं: उन्होंने प्रकाश पथ में एक पारदर्शी कांच का प्रिज्म रखा।

3. इंद्रधनुष देखें: दीवार पर पड़ने वाली रोशनी अब सफेद नहीं थी; यह लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी और बैंगनी का एक सुंदर स्पेक्ट्रम थी। उन्होंने साबित कर दिया कि सफेद रोशनी सभी रंगों का मिश्रण है!

💡 Did You Know?

न्यूटन सिर्फ रोशनी को देखने तक ही सीमित नहीं थे! उन्होंने 1668 में परावर्तक दूरबीन (reflecting telescope) का भी आविष्कार किया। इस नए डिज़ाइन ने केवल लेंस के बजाय दर्पणों का उपयोग करके अंतरिक्ष में और अधिक दूर और स्पष्ट रूप से देखने में मदद की - आज भी कई बड़ी दूरबीनें उनके दर्पण डिज़ाइन का उपयोग करती हैं!

🎯 Quick Quiz!

आइजैक न्यूटन ने इनमें से कौन सी अद्भुत चीज़ का आविष्कार या खोज *नहीं* की?

A) सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण का नियम
B) गति के तीन नियम
C) पहला भाप इंजन (steam engine)
D) परावर्तक दूरबीन

यह अद्भुत गणित मास्टर कौन था?

भौतिकी के अलावा, न्यूटन एक गणितज्ञ भी थे जिन्होंने कैलकुलस बनाने में मदद की, जो परिवर्तन को समझने के लिए गणित का एक बहुत शक्तिशाली रूप है।

यह उस समय हुआ जब प्लेग के कारण विश्वविद्यालय बंद था, तब उन्होंने अपने अधिकांश महत्वपूर्ण विचार और आविष्कार किए - यह 'आविष्कार के लिए मेरी उम्र का सबसे अच्छा समय' था!

  • जड़त्व (पहला नियम): कोई वस्तु वही करती रहती है जो वह कर रही है (स्थिर रहना या चलना) जब तक कि कोई बल उसे हिला न दे। (आपकी साइकिल तब तक नहीं चलेगी जब तक आप पैडल नहीं मारते!)
  • बल और त्वरण (दूसरा नियम): किसी वस्तु की गति कितनी तेज़ होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसे कितनी ज़ोर से धक्का देते हैं और वह कितनी भारी है। (छोटी गेंद को धक्का देना, बॉलिंग बॉल को धक्का देने से ज़्यादा आसान है!)
  • क्रिया-प्रतिक्रिया (तीसरा नियम): हर क्रिया की हमेशा एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है। (जब आप कूदते हैं, तो ज़मीन आपको वापस ऊपर की ओर धक्का देती है!)

अपने सभी विज्ञान के बावजूद, न्यूटन ने रॉयल मिंट के मास्टर के रूप में सरकार के लिए काम किया, जहाँ उन्होंने यह सुनिश्चित करने का काम किया कि इंग्लैंड के सिक्के सच्चे हों और जाली न हों - तो वह पैसे के लिए भी एक सुपरहीरो थे!

Questions Kids Ask About Famous People

आइजैक न्यूटन का जन्म कब हुआ था?
सर आइजैक न्यूटन का जन्म 4 जनवरी, 1643 को इंग्लैंड के वूलस्टोर्प में हुआ था। वह एक अंग्रेजी भौतिक विज्ञानी और गणितज्ञ थे जो वैज्ञानिक क्रांति में एक प्रमुख व्यक्ति बने।
बच्चों के लिए न्यूटन की सबसे प्रसिद्ध खोज क्या है?
न्यूटन पेड़ से सेब गिरते देखने के बाद सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं। यह नियम उस बल की व्याख्या करता है जो हमें ज़मीन पर रखता है और ग्रहों को सूर्य की परिक्रमा कराता है।
गति के तीन नियम क्या हैं?
न्यूटन के गति के तीन नियम बताते हैं कि जब बल उन पर कार्य करते हैं तो वस्तुएं कैसे चलती हैं: जड़त्व का नियम, बल और त्वरण के बीच संबंध, और क्रिया-प्रतिक्रिया का नियम। ये नियम शास्त्रीय यांत्रिकी (classical mechanics) की नींव हैं।
क्या आइजैक न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के अलावा कुछ और भी आविष्कार किया?
हाँ! न्यूटन ने पहले व्यावहारिक परावर्तक दूरबीन का आविष्कार किया और कैलकुलस बनाने में मदद की, जो परिवर्तन को समझने के लिए गणित का एक प्रकार है। उन्होंने प्रिज्म का उपयोग करके यह भी महत्वपूर्ण खोज की कि सफेद रोशनी इंद्रधनुषी रंगों से कैसे बनती है।

बड़ा सोचना जारी रखें!

गिरते सेब से लेकर चमकती रोशनी तक, आइजैक न्यूटन ने हमें दिखाया कि एक जिज्ञासु दिमाग, मजबूत गणितीय कौशल के साथ मिलकर, पूरे ब्रह्मांड के रहस्यों को खोल सकता है! 'क्यों?' और 'कैसे?' पूछना जारी रखें - हो सकता है कि आप अगली बार विज्ञान में कुछ अद्भुत खोज लें!